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“सत्यमेव जयते”

“सत्यमेव जयते” भारत सरकार द्वारा प्रकाशित पुस्तक महात्मा ज्योतिबा फुले के अंश। लेखक कन्हैयालाल चंचरिक +दलितों के मुक्तिदाता+ 305. उन्होंने बार-बार कहा कि धर्मशास्त्र, मनुस्मृति और पुराण आदि सब कपोल कल्पित है।
उन सब में ब्राह्मणों का मायावी और भ्रामक शब्द जाल बुना गया है। ताकि लोगों को निरीक्षण रखा जा सके। दास बनकर कमजोर और शक्तिहीन बना दिया गया है। ताकि उनके विरुद्ध वे कभी भी विद्रोह ना कर सके। निरंतर।#नशा,छोड़ें। सत्यशोधक दिन बंधू न्यूज संपादक शंकरराव लिंगे 73 87 37 78 01

