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दीपावली पर ऊपर हार्दिक शुभकामनाएं

“सत्यमेव जयते” भारत सरकार द्वारा प्रकाशित पुस्तक *महात्मा ज्योतिबा फुले* के अंश लेखक कन्हैयालाल चंचरिक +दलितों के मुक्तिदाता+ 306. उन्होंने अपनी पुस्तकों में यह प्रमाणित किया कि प्रारंभ से ही ब्राह्मण क्षत्रियों से विद्वेष की भावना रखते थे।
किसान और शिल्पियों से बुरा व्यवहार करते थे। ब्राह्मणों के अभिमान और घृणा ने क्षत्रियों की शक्ति को कमजोर तो किया ही दासों, अस्पृश्यों को टुकड़े-टुकड़े में विभाजित कर दिया, ताकि क्षत्रिय, किसान, शिल्पी और शूद्र कभी भी एक ना हो सके। निरंतर। #नशा,छोड़ें। दीनबंधू न्यूज संपादक सत्यशोधक शंकरावलिंगे 73 87 37 78 01


